पटना : असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने निर्वाचन आयोग द्वारा आम चुनाव एवं उपचुनावों से संबंधित जारी गाइडलाइन का स्वागत किया है| उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन समय पर चुनाव होना भी आवश्यक है| उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है और निर्धारित समय-सीमा के अंदर चुनावी प्रक्रिया पूरी होने से न सिर्फ डेमोक्रेसी को मजबूती मिलती है बल्कि जनता का भरोसा भी बढ़ता है| वायदों और उम्मीदों के अनुरूप काम करनेवाले नेताओं को जनता पुनः विजय तिलक लगाकर अपना प्रतिनिधि चुनती है और क्षेत्र की उपेक्षा करनेवालों को सदन से सड़क पर लाकर खड़ा कर देती है|
श्री यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चुनावी गाइडलाइन में जिन बातों की चर्चा निर्वाचन आयोग द्वारा की गयी है, उसका अक्षरशः पालन कराने की दिशा में भी विशेष ध्यान देना होगा| क्योकि जान है तो जहान है और आमजन की सुरक्षा सर्वोपरी है| उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एडीपी पूरी तरह से तैयार है और कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से तय मापदंड को ध्यान में रखते हुए पार्टी का पूरे बिहार में जनसंपर्क अभियान जारी है| ललन यादव ने कहा कि वर्ष 2005 की तरह एक बार फिर पूरे बिहार में परिवर्तन की लहर है और जनता परिवर्तन चाहती है|
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के इस संकट काल में होने जा रहे सभी आम चुनाव और उपचुनावों के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा गाइडलाइन जारी कर दिया गया है। गाइडलाइन में यह स्पष्ट किया गया है कि चुनावी गतिविधियों के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मास्क पहनने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंशिंग के नियमों का पालन करना होगा। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार चुनाव प्रचार से लेकर मतदान की प्रक्रिया तक बहुत ही अलग ढंग से होगा। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने यह तय किया है कि दिव्यांगों, 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, जरूरी सेवाओं में जुटे कर्मचारियों और कोरोना संक्रमितों के अलावा संभावित लोगों को पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा दी जाएगी। मतदान से एक दिन पहले बूथों को सैनिटाइज किया जाएगा। सभी मतदान केंद्रों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनर की व्यवस्था होगी। यदि किसी मतदाता के शरीर का तापमान स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से तय मापदंड से अधिक हुआ तो ऐसे मतदाताओं को एक टोकन उपलब्ध कराकर उन्हें मतदान के आखिरी घंटे में आने के लिए कहा जाएगा।
गाइड लाइन के मुताबिक़ सभी वोटर्स को टोकन दिया जाएगा और सोशल डिस्टेंशिंग के लिए दो मतदाताओं के बीच 6 फीट की दूरी पर निशान बनाए जाएंगे। वेटिंग एरिया के अलावा प्रत्येक पोलिंग स्टेशन के एंट्री एग्जिट पॉइंट पर साबुन, मास्क, सैनिटाइजर और पानी की व्यवस्था उपलब्ध होगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पोलिंग अधिकारियों के सामने एक बार में एक ही मतदाता होगा। ईवीएम का बटन दबाने के लिए सभी वोटरों को दस्ताने दिए जाएंगे। बूथों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि एक बूथ पर अधिकतम 1000 मतदाता हो। पहले यह सीमा 1500 मतदाताओं की थी। चुनाव प्रचार के दौरान सुरक्षाकर्मियों के अलावा कोई भी प्रत्याशी अधिकतम पांच व्यक्तियों के साथ घर-घर प्रचार कर सकते हैं। रोड शो के दौरान वाहनों का काफिला 5-5 वाहनों में बंटा होगा। कोविड-19 गाइडलाइंस के आधार पर रैलियों की मंजूरी दी जा सकती है। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी जनसभाओं के लिए जगह तय करेंगे, जिनमें एंट्री और एग्जिट पॉइंट बने होंगे। जनसभा स्थलों पर सोशल डिस्टेंशिंग का पालन कराना होगा।