LoC पारकर रेंगते हुए PoK में घुसे भारतीय पैरा कमांडो, 4 घंटे में मारे 38 आतंकी,कई आतंकी ठिकानों को किया ध्वस्त

रिपोर्ट: ramesh pandey

नई दिल्ली. पहली बार LoC पार कर इंडियन आर्मी ने PoK में सर्जिकल स्ट्राइक किया। 3 किलोमीटर अंदर घुसकर 5 सेक्टर में 7 ठिकाने तबाह किए। 38 जवानों को मार गिराया। इसकी पूरी प्लानिंग दिल्ली में बैठ कर नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने की। हमले का कुल वक्त 4 घंटे (12.30-4.30 बजे) का था। जवानों की टीम ने रेंगते हुए LoC पार किया, ताकि दुश्मन को इसकी भनक तक न लगे। स्ट्राइक खत्म करने के बाद आर्मी ने अपने बयान में कहा कि सभी जवान सुरक्षित लौट आए। Pok में 4 घंटे चले सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी... 1# कैसे हुई सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग ? - एजेंसियों से मिले इनपुट आर्मी को दिए गए। डोभाल ने लीड किया। - LoC के पार आतंकियों के लॉचिंग पैड को टॉरगेट किया। - 7 दिन में यहां से 20 से ज्यादा बार घुसपैठ हुई थी। 2# ऐसे हुआ सर्जिकल स्ट्राइक - किलिंग मशीन कहे जाने वाले पैरा कमांडोज की यूनिट बनाई गई। - LoC पर MI 17 हेलिकॉप्टर से जवान उतरे। रेंगते हुए PoK में घुसे। - 3 km अंदर जाकर जवानों ने आतंकियों के ऊपर फायिरंग की। वीडियो भी बनाया। 3# आतंकियों को कितना पहुंचाया नुकसान - 5 सेक्टर में 7 ठिकाने तबाह किए। 38 से ज्यादा आतंकी मारे। - जिन कैम्पों को तबाह किया गया, वहां आतंकी ट्रेनिंग लेते थे। 4# पाकिस्तानी सेना को दिया मुंहतोड़ जवाब - स्ट्राइक के दौरान जब पाक सैनिकों ने रोका तो जवानों ने फायरिंग की। - पाक के 3 चौकियों को भी पहुंचा नुकसान। 2 पाक सैनिक मारे गए। 5# सर्जिकल स्ट्राइक के बाद मची हलचल - US के विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज को फोन किया। US के NSA ने डोभाल को फोन किया। - मोदी ने तय MFN की मीटिंग टाल कर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्युरिटी की बैठक ली। - आर्मी के DGMO ने सर्जिकल स्ट्राइक होने का खुलासा किया। सरहद पार हमारी सेना के 45 साल में 6 ऑपरेशन - 1971: हमारी सेना बांग्लादेश में घुसी। - 1987: 50 हजार जवान श्रीलंका के जाफना में तैनात। - 1988:1400 कमांडो मालदीव में भेजे। - 1995: उग्रवादियों के खिलाफ म्यांमार में ऑपरेशन चलाया। - 2015: दोबारा म्यांमार सीमा के अंदर कार्रवाई। - 2016: PoK में सर्जिकल स्ट्राइक किया।


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