भारत फ्रांस के बीच हुए 20 समझौते,मोदी-ओलांद ने जारी किया साझा बयान

रिपोर्ट: रमेश पाण्डेय

पेरिस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा में भारत और फ्रांस के बीच १० अप्रैल को 20 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें रेलवे और परमाणु ऊर्जा क्षेत्र के हुए समझौते भी शामिल हैं। इस मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एलान किया कि फ्रांस भारत में दो अरब यूरो (करीब 13,200 करोड़ रुपए) निवेश करेगा। भारत में नागपुर, पुडुचेरी समेत तीन शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने में भी फ्रांस मदद करेगा। मोदी और ओलांद ने साझा बयान में एलान किया कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। इस मौके पर मोदी ने कहा कि फ्रांस हमारे घनिष्ठ मित्रों में से एक है। हमारे मूल्य और हित एक-दूसरे से जुड़े हैं और पूरक रहे हैं। फ्रांस रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी के मामले में भारत का सप्लायर रहा है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी नई ऊंचाई पर पहुंची है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदने के बारे में बात की है। दोनों देशों ने अंतरिक्ष में उपग्रह लॉन्च करने की दिशा में मिलकर काम करने का फैसला किया है। मेरा विश्वास है कि फ्रांस की कंपनी भारत में निवेश बढ़ाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों ने तय किया है कि हमारे छात्र पढ़ाई करने के बाद रुककर ट्रेनिंग कर सकेंगे। वहीं, ओलांद ने कहा कि उनका देश भारत के साथ रेलवे, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रक्षा और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में साझेदारी करेगा। फ्रांस सरकार से 36 राफेल खरीदेगा भारत पिछले कई सालों से सौदेबाजी के पेंच में फंसे बहुउपयोगी लड़ाकू विमान राफेल के सौदे पर भी सहमति बन गई और अब भारत सीधे फ्रांस सरकार से ही 36 राफेल विमान खरीदेगा। दोनों देशों के बीच हुई द्विपक्षीय शिखर बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फ्रांस भारत का रक्षा उपकरणों और प्रौद्योगिकी का सबसे भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता रहा है। भारत ने आज फ्रांस से 36 राफेल विमान तत्काल परिचालनात्मक परिस्थितियों में ख़रीदने का फैसला किया है। पीएम मोदी ने फ्रांस की यात्रा पर रवाना होने से पहले ही फ्रांसीसी रक्षा कंपनी डसाल्ट राफेल और हिन्दुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड के बीच पिछले तीन साल से जारी सौदे से जुडी बातचीत को दरकिनार कर सीधे सरकार से विमान सौदे के बारे में बात करने का निर्णय लिया था। इस सौदे के तकनीकी पहलूओं से जुडी बातचीत को दोनों पक्षों के विशेषज्ञ अंतिम रूप देंगे। डेसाल्ट ने वर्ष 2012 में इन बहुउद्देशीय विमानों के लिए सबसे कम बोली लगाकर यह सौदा हासिल किया था। डसाल्ट ने बोइंग सुपर होर्नेट, यूरोफाइटर,एफ -16 फाल्कन, मिग -35 जैसे विमानों को पछाड कर यह डील जीती थी। इसके तहत डसाल्ट को 20 अरब डालर की कीमत में 126 विमान देने थे जिनमें से ज्यादातर फ्रांस के सहयोग से भारत में ही एचएएल को बनाने थे। भारतीय वायुसेना लडाकू विमानों की कमी का सामना कर रही है और जरूरत के हिसाब से 43 लडाकू स्क्वैड्रन के बजाय उसके पास अभी केवल 34 लडाकू स्क्वैड्रन हैं। अगले 8 सालों में इनमें से भी 8 स्कवैड्रन के विमान पुराने होने के कारण बेड़े से बाहर हो जाएंगे। जैतापुर में परमाणु संयंत्रों की स्थापना के लिए हुए दो समझौते भारत और फ्रांस ने महाराष्ट्र के जैतापुर में 1650 मेगावाट क्षमता के छह परमाणु संयंत्रों की स्थापना के लिए दो समझौते किए। प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की मौजूदगी में इन करारों पर दस्तखत किए गए। बाद में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ओलांद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में परमाणु सहयोग बढ़ाने का ऐलान किया। भारतीय कंपनी लार्सन एंड टूब्रो और फ्रेंच कंपनी एरिवा के बीच टेक्नोलॉजी एक्सचेंज और फाइनेंसियल बिहेवियर के करार तथा भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) और एरिवा के बीच टेक्नोलॉजी मामलों में स्पष्टता के लिए प्री-इंजीनियरिंग अध्ययन के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। फ्रांस के साथ जैतापुर में 1650 मेगावाट के छह परमाणु संयंत्र बनाने का करार चार फरवरी 2009 को हुआ था। इस करार पर एनपीसीआईएल और एरिवा ने दस्तखत किए थे। हाई स्पीड रेल का वादा फ्रांस अंबाला और लुधियाना रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण करेगा। दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली सेमी हाई-स्पीड रेल लाइन विकसित करेगा। लखवी की रिहाई अच्छी खबर नहीं : फ्रांस फ्रांस ने 2008 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ता जकीउर रहमान लखवी की रिहाई की निंदा की। उसने कहा कि यह भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए ‘बुरी खबर’ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि फ्रांस ने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। फ्रांस के अखबार ने मोदी का इंटरव्यू छापने से किया इंकार इससे पहले, फ्रांस में बेहद प्रभावशाली माने जाने वाले अखबार \'ली मॉन्द\' ने पीएम नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू छापने से इनकार कर दिया। दरअसल, पीएम के दफ्तर की ओर से कहा गया था कि मोदी आमने-सामने बातचीत नहीं करेंगे और अखबार उनके लिखे हुए जवाबों को प्रकाशित करे। भारतीय पीएम अपने नौ दिवसीय विदेश दौरे के पहले पड़ाव के तहत फिलहाल फ्रांस में हैं। अखबार के साउथ एशिया करॉसपॉन्डेंट जूलियन ने एक ट्वीट में इस बात की जानकारी दी। \'ली मॉन्द\' के इनकार के बाद पीएम ने \'ली फिगेरो\' को अपना इंटरव्यू दिया। ली फिगेरो को ली मॉन्द का कंपटीटर अखबार माना जाता है। ली फिगेरो को फ्रेंच कंपनी डसॉल्त की सहायक कंपनी ऑपरेट करती है। डसॉल्त वही कंपनी है, जो राफेल लड़ाकू विमान बनाती है। बता दें कि इस दौरे में राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे को भारत की दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है। मोदी को सुनने पहुंची मल्लिका शेरावत बॉलीवुड अभिनेत्री मल्लिका शेरावत प्रधानमंत्री मोदी के यूनेस्को संबोधन में आकर्षण का केंद्र बन गईं। मोदी को सुनने के लिए भारतीय समुदाय खासकर गुजराती समुदाय के करीब 1000 लोग जमा थे। इस आयोजन के लिए यूनेस्को ने मल्लिका को विशेष निमंत्रण दिया था।


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