निर्यात बढ़ोतरी के जरिये चीन के साथ अपने व्यापार घाटे को कम कर सकता है भारत

रिपोर्ट: साभार

भारत के लिए निर्यात बढ़ाने का एक बड़ा अवसर अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध हो सकता है। वाणिज्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मौके का लाभ उठाकर भारत दोनों देशों को केमिकल्स और ग्रेनाइट सहित 350 उत्पादों का निर्यात कर सकता है। वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के बीच ऐसे उत्पादों की पहचान की है, जिनका निर्यात भारत इन्हें कर सकता है। एक-दूसरे के उत्पादों पर भारी-भरकम इम्पोर्ट शुल्क लगाने के कर्ण अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध की स्थिति बनी हुई है|

रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक चीन अमेरिका से डीजल, एक्स-रे ट्यूब और कुछ रसायन सहित 151 घरेलू उत्पाद खरीदता रहा है| इन उत्पादों का निर्यात भारत द्वारा चीन को किया जा सकता है| वही ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड्स और रबड़ जैसे 203 भारतीय उत्पाद हैं जिनका आयात अब तक अमेरिका चीन से कर रहा था जिन्हें भारत अमेरिका को निर्यात कर सकता है| अप्रैल-फरवरी 2018-19 में भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा 50.12 अरब डॉलर का था| निर्यात बढ़ोतरी से भारत चीन के साथ अपने व्यापार घाटे को कम कर सकता है|

निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो के अध्यक्ष गणेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अमेरिका और चीन के व्यापार युद्ध से भारत को फायदा हो रहा है। उन्होंने बताया कि 2018 में अमेरिका का भारत का निर्यात 11.2 प्रतिशत बढ़ा है जबकि चीन को निर्यात 31.4 प्रतिशत अधिक रहा है|


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