पर्यावरण की छोड़ पहले बिहार की गरीब पब्लिक की चिंता करें नीतीश कुमार : उपेन्द्र सहनी

रिपोर्ट: सुशांत पाठक

गरीब विरोधी और संवेदनहीन है नीतीश सरकार : उपेन्द्र सहनी 

नीतीश राज में सबसे ज्यादा गरीबों को किया गया प्रताड़ित : उपेन्द्र सहनी  

पटना : राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र सहनी ने नीतीश सरकार को गरीब विरोधी बताया है| नीतीश कुमार को संवेदनहीन बताते हुए उन्होंने कहा कि पटना सहित बिहार के कई इलाके सीवियर कोल्ड की चपेट में हैं जहां हाड़ कंपा देनेवाली ठंड की ठिठुरन से गरीबों को काफी परेशानी हो रही है| बिहार के अन्य जगहों पर सहायता पहुंचाना तो दूर पटना के सार्वजनिक स्थलों पर फूटपाथी गरीब लोग इस कंपकंपाती ठंड में बैठकर रात बिताने को मजबूर हैं| सरकारी तंत्र की शिथिलता के कारण अब तक न उन्हें कम्बल मुहैया कराया गया और न ही राजधानी पटना के किसी चौक-चौराहे पर अलाव जलाने की व्यवस्था ही की गयी है जो न्याय के साथ विकास की बात करनेवाले सुशासन बाबू के लिए काफी शर्मनाक है| जल-जीवन-हरियाली यात्रा के नाम पर 24 हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा जनता के पैसे का दुरूपयोग कर नीतीश कुमार पर्यावरण बचाने का अलख जगाने में जुटे हैं और यहां ठंड में बिहार की गरीब जनता मौत से बचने की जद्दोजहद में जुटी है| सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि जब लोग ही जिंदा नहीं बचेंगे तो फिर नीतीश कुमार किसके लिए पर्यावरण बचाने का ढोंग रचाने में जुटे हैं?

गौरतलब है कि पटना समेत पूरा बिहार ठंड की चपेट में है जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है| गुरुवार को चालू मौसम में पटना का न्यूनतम पारा 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री कम है जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी| बिहार में गुरुवार को डेहरी, पटना, गया, मुजफ्फरपुर, सुपौल, भागलपुर व फारबिसगंज में सीवियर कोल्ड डे था जहाँ पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा|

श्री सहनी ने कहा कि अधिकारियों की शिथिलता, अतिक्रमणमुक्त अभियान और पूरे सरकारी तंत्र की संवेदनहीनता के कारण बिहार में सबसे ज्यादा गरीब ही प्रताड़ित हो रहे हैं| सीवियर कोल्ड की चपेट में आये राज्य के सभी इलाकों में अलाव के साथ-साथ गरीब परिवारों के बीच अतिशीघ्र कम्बल वितरित करने की सरकार से उन्होंने मांग की| उपेन्द्र सहनी ने कहा कि रात के वक्त पूरे पटना के फूटपाथ पर काफी तादाद में बाहरी मजदूर एवं गरीब व्यक्ति अपना आशियाना बनाते हैं जिन्हें इस बढ़ी ठंड में काफी परेशानी हो रही है| पूरा सरकारी अमला राजधानी के इन्ही सड़कों से हर रोज गुजरता हैं लेकिन फूटपाथ पर जीवन-बसर करनेवाले गरीब और असहाय लोगों को ठंड से बचाने के लिए सरकार की तरफ से अब तक कोई राहत नहीं पहुंचाया गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिंताजनक है| नसीहत भरे लहजे में उपेन्द्र सहनी ने कहा कि पर्यावरण की चिंता छोड़ पहले बिहार की गरीब पब्लिक की चिंता करें नीतीश कुमार|

 


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