बिहार में सीएनजी एवं बैटरी चलित वाहनों के परिचालन को नीतीश सरकार देगी बढ़ावा

रिपोर्ट: शिलनिधि

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित ज्ञान भवन में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित पर्यावरण दिवस समारोह 2019 का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया| इस अवसर पर सफाई कर्मियों द्वारा निकाली गयी पर्यावरण संरक्षण एवं वायु प्रदुषण के संदर्भ में निकाली गयी जागरूकता रैली के साथ ही सफाई में लगनेवाले वाहनों को हरी झंडी देकर मुख्यमंत्री ने रवाना किया| पर्यावरण दिवस समारोह में मुख्यमंत्री को पौधा भेंट कर अभिनन्दन किया गया| समारोह के शुरुआत में राष्ट्रगान गया गया| ठोस अवशिष्ट प्रबंधन एवं पर्यावरण संरक्षण पर आधारित वृतचित्र मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गयी| मुख्यमंत्री ने रिमोट के जरिये पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन द्वारा संपोषित फारेस्ट फॉर वाटर एंड प्रोस्पेरिटी (फारेस्ट प्लस 2.0) का शुभारम्भ किया| पर्यावरण दिवस समारोह में वन्य प्राणी सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, वायु प्रदुषण एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले लोगों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया| विशेषज्ञों द्वारा बिहार के विभिन्न शहरों में वायु प्रदुषण की वर्तमान स्थिति, उसके कारण एवं नियंत्रण के अलावे एयर क्वालिटी इन इण्डिया एंड चाइना पर तुलनात्मक प्रस्तुतीकरण दिया गया|

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस है और आज ही के दिन ईद के साथ-साथ सम्पूर्ण क्रांति दिवस भी है| इस अवसर पर मैं आप सबको शुभकामनाएं देता हूँ| उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हमलोगों की चिंता रही है लेकिन स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को लेकर बापू ने काफी पहले चिंता प्रकट की थी| बापू हमेशा कहा करते थे कि यह पृथ्वी हमारे सभी जरूरतों को पूरा कर सकती है लालच को नहीं| लोहिया जी ने स्वच्छता और शौचालय निर्माण पर 50 के दशक में ही काफी जोर दिया था| उन्होंने कहा कि वायु प्रदुषण पर नियंत्रण पाने के लिए हम सबको मिलकर काम करने की आवश्यकता है| डीजल में किरासन मिला देने से प्रदुषण का संकट और ज्यादा बढ़ जाता है| किरासन की उपलब्धता धीरे-धीरे कम किया जा रहा है क्योकि अब खाना बनाने या बत्ती जलाने में इसकी आवश्यकता न के बराबर है|

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सांकेतिक रूप से लोगों को पुरस्कृत किया गया है यह अच्छी बात है| इसी प्रकार निरंतर अभियान चलाया जाता रहा तो बिहार के हर एक नागरिक को सम्मानित करना पड़ेगा| इस अभियान में सामाजिक क्षेत्र में काम करनेवाले लोगों को भी जोड़ें| उन्होंने कहा कि वायु प्रदुषण को रोकने के लिए हमलोग हर संभव कोशिश में जुटे हैं, साफ़-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है| कचरा जो संग्रहित हो रहा है उसका 80 प्रतिशत किसी न किसी काम में उपयोग किया जा रहा है| कचरे से निकलनेवाले प्लास्टिक को सड़कों के निर्माण में उपयोग में लाया जा रहा है| गंदे पानी का सफाई कर सिंचाई के काम में लाया जा रहा है| उन्होंने कहा कि बिहार में बहुत ज्यादा पर्यावरण को संकट में डालने की आदत नहीं है| बिहार में सामान्यतः 15 जून को जबकि 1 जून को केरल में मानसून आ जाता था| जब हम पढ़ते थे, उस समय बिहार में औसतन 1200-1500 एमएल वर्षापात हुआ करती थी जो अब घटकर पिछले साल 771 एमएल पर पहुँच गयी है| उन्होंने कहा कि विगत 13 वर्षों में मात्र दो साल ही करीब 1000 एमएल रेनफॉल हुआ है| जेठ में पुरवैया हवा के चलने का मतलब है सावन और भादो में धूल उड़ेगा जो अभी स्थिति बनी हुई है| वर्षापात कम होने से जलस्तर नीचे जा रहा है|

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग जैविक खेती को बढ़ावा देने में लगे हैं और गंगा किनारे 12 जिलों में जैविक सब्जी पर अनुदान देने का स्कीम शुरू किया है| उन्होंने कहा कि आजकल धीरे-धीरे पूरे बिहार में फसलों के अवशेष को खेतों में ही जलाने का प्रचलन बढ़ रहा है जो अफ़सोस और चिंता का विषय है| इससे वायु प्रदूषित होता है| अधिकारीयों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी जिलाधिकारी को भी कहेंगे कि इस प्रकार के जो लोग किसानों को सुझाव दे रहे हैं उन्हें चिन्हित कर उनपर कारवाई करें| उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में हमे चीन जाने का मौक़ा मिला और 7 दिनों तक वहां के चार से पांच शहरों में रुके लेकिन एक जगह छोड़कर कही चिड़िया नहीं दिखी| अगर बड़ी तेजी से इसी प्रकार विकास की जल्दबाजी रहेगी तो अनेक प्रकार के संकटों से जूझना पड़ेगा|

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमे काम करने का मौक़ा मिला उस समय बिहार का हरित आवरण 9 प्रतिशत था जिसे हरियाली मिशन के तहत मिशन मोड में काम करते हुए करीब 23 करोड़ पौधे लगायें गये जिसका परिणाम हुआ कि वर्ष 2015 तक बिहार का ग्रीन कवर 15 प्रतिशत पर पहुँच गया| आबादी को देखते हुए हमारा लक्ष्य इसे बढ़ाकर 17 प्रतिशत तक ले जाना है| उन्होंने कहा कि हमे जापान जाने का भी मौक़ा मिला जहाँ हम कई शहरों में गये लेकिन कही कोई गंदगी नहीं दिखा| हमने वहां देखा कि बहुत आस-पास पेड़ लगाने के कारण सूर्य की रौशनी पाने के लिए पेड़ों लम्बाई जितनी 100 साल में होनी चाहिए| वह 10 साल में ही हो गयी| वन संरक्षक एवं अपने विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में जो खाली जगह है वहां जापान की तरह पेड़ों को लगाकर एक्सपेरिमेंट कर लें ताकि अनुभव के आधार पर उसे अन्य जगहों पर प्रयोग में लाया जाएगा|

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएनजी या बैटरी चलित वाहनों को उपयोग में लाये जाने से वायु प्रदुषण से छुटकारा मिलेगा| उन्होंने कहा कि छठ पूजा में जिस प्रकार चार दिनों तक लोग अपने घर एवं आस-पास साफ़-सफाई रखते हैं अगर उसी प्रकार की भावना लोगों में आ जाए तो इससे काफी परिवर्तन आएगा| उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद हैं कि जो प्रयास हमलोगों ने शुरू किया है| वह आपसी सहयोग से इतना प्रभावी होगा कि उसके अच्छे परिणाम जल्द ही देखने को मिलेंगे| इससे न सिर्फ पर्यावरण संतुलित रहेगा बल्कि अनेक प्रकार के संकटों से भी हमें मुक्ति मिलेगी|

 


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