बिहार उद्यमी संघ द्वारा "एफपीओ की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग पर आयोजित हुई संगोष्टि श्रृंखला

रिपोर्ट: सिद्धार्थ मिश्रा

पटना : बिहार उद्यमी संघ द्वारा "एफपीओ की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग पर संगोष्टि श्रृंखला का शुभारंभ: मॉडर्न तकनीक और नई प्रौद्योगिकी द्वारा" पर वेबीनार कराया गया। इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य ये था कि नई तकनीक के द्वारा जो भी जिले स्तर पर एफ पी ओ है, वो अपने प्रोड्यूसर्स को कैसे मार्केटिंग करे, ब्रांड बनाए और तकनीक का इस्तेमाल करके उसे बड़े स्तर पर ले जाए।

इस वेबिनार के मुख्य अतिथि नाबार्ड के सीजीएम " सुनील कुमार" थे, जिन्होंने पूरे विस्तार रूप में इस विषय पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार में १० हजार से ऊपर FPO बनने की जरूरत है । इन सबको अपना प्रोड्यूस ब्रांड बनाकर मार्केटिंग की जरूरत है । कुछ ब्रांड्स काफी नेचुरल होते है, जैसे हाजीपुर के केले खुद में ही प्रसिद्ध है, गया के लाल प्याज। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया की कृषि के क्षेत्र में सबसे अधिक ज्योग्राफिकल बेस्ड ब्रांडिंग होना चाहिए। उन्होंने ने यह भी बताया कि बिहार के कुछ एफपीओ जैसे टेकारी फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी जो की शहद और मोरिंगा पाउडर बनाकर, इस प्रोड्यूस को केवाल नाम के ब्रांड से बेचते है। इस कंपनी ने काफी अच्छा मार्केट पकड़ लिया है। उन्होंने यह भी बताया के नाबार्ड इन एफपीओ को हर तरीका से इनके प्रोड्यूस को ब्रांडिंग करने में मदद कर रही है।

वेबिनार में विशिष्ठ अतिथि के रूप में मृणल रंजन (DGM डीजीएम, नाबार्ड), मिथलेश कुमार ( पूर्व जीएम, नाबार्ड), डॉ कुमार प्रियरंजन, डायरेक्टर, डी एन एस institute, भारत सरकार और श्रीधर ईस्वरन, संस्थापक, सम्मूनति इंटरनेशनल फाइनेंस ने संबोधित किया ।

मृणाल रंजन, DGM Nabard ने बिहार उद्यमी संघ को धन्यवाद दिया की तकनीक, मार्केटिंग से कृषि को जोड़ने की शुरुआत हुई है,और कहा कि BEA के साथ ये शृंखला हमलोग और आगे बढ़ाएंगे । मिथलेश कुमार ने देश के सफल FPO में बारे में बताया और बिहार उद्यमी संघ से मिलकर FPO के लिए सेंटर खोलने की बात कही । रोहित झा ( ब्रांडिंग और डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट्स) ने ए कॉमर्स और कृषि में डिजिटल मार्केटिंग  पर प्रेजेंटेशन दिया ।

इस वेबिनार को बिहार उद्यमी संघ के महासचिव अभिषेक सिंह संचालित कर रहे थे। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया की बीईए अपने एक्सपर्ट्स के माध्यम से हर जिले के एफपीओ को हर संभव उनके प्रोड्यूसर्स को ब्रांडिंग के लिए मदद करेगी और साथ ही साथ ब्रांडिंग और मार्केटिंग पे ट्रेनिंग भी देगी।

बिहार के हर जिले से १०० से ज्यादा चुनिंदित प्रतिभागियों ने भाग लिया, FPO से  जुड़े सवाल पूछा और कृषि छेत्र में नए नए योजनाओं और नाबार्ड के योजनाओं के बारे में जानकारी ली । इस वेबिनार में बिहार के कुछ कृषि के क्षेत्र में सफल उद्यमी भी अपने बिजनेस मॉडलके बारे में बताया । जैसे ग्रीन सप्लाई के फाउंडर राजेश कुमार, विजेटो कार्ट के फाउंडर नीतीश मंगलम, (जो की काले गेहूं और काले चावल का उपज करते है), कैमूर हिल्स के संस्थापक विवेक संकृत, हिमांशु शर्मा, सचिन गिरी, सुमित पांडे  ने व्याख्यान दिया ।\

इस वेबिनार में देहात के फाउंडर & सीईओ, शशांक कुमार भी अतिथि के रूप में आए थे। उन्होंने बताया के देहात कुछ जिलों में एफपीओ के साथ पहले से काम कर रही है। उन्होंने यह भी बताया की एफपीओ के माध्यम से देहात को जिले स्तर पे काम करने में काफी मदद मिलती है। उन्होंने यह सुझाव दिया कि बिहार के एफपीओ को समानित करना चाहिए ताकि उनका हौसला बना रहे। यह चीज अन्य राज्यो में किए जाते है। बबिता कुमारी और स्वर्णिका आनंद ने महिलाओं द्वारा एफपीओ बनाने की बात रखी।

इस वेबिनार में दस जिले जैसे भोजपुर, गया, समस्तीपुर, भागलपुर और अन्य जगह के डीडीएम ने भी भाग्य लिया। उन्होंने अपने अपने जिले के एफपीओ के सफलता और समस्या के बारे में चर्चा की |बिहार उद्यमी संघ के उपाध्यक्ष जीतेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।


Create Account



Log In Your Account