राजद का साथ छोड़ने की हिम्मत नही जुटा पायी कांग्रेस, फिर हुई नतमस्तक: राजीव रंजन

रिपोर्ट: इन्द्रमोहन पाण्डेय

पटना : कांग्रेस में राजद का साथ छोड़ने की हिम्मत नही होने का दावा करते हुए भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा “ बिहार में कांग्रेस के सबसे बड़े दुश्मन कांग्रेस के अंदर ही है, जिन्होंने अपनी पार्टी को पूरी तरह राजद के चरणों में नतमस्तक कर रखा है| एक तरह से कांग्रेस में राजद के एजेंट बने यह लोग चाहते ही नहीं है कि बिहार में कांग्रेस अपने पैरों पर खड़ी हो सके| इन नेताओं ने एक लंबे अरसे से पार्टी पर इस कदर कब्जा किया हुआ है कि इनके दुसरे नेता चाह कर भी कुछ नही कर सकते| बिहार कांग्रेस में राजद के हितैषी इन नेताओं की जड़ें कितनी गहरी है यह इनके हालिया आत्मसमर्पण से पता चलता है| इन नेताओं के कारण ही दो दिन पहले राजद से अलग हट अकेले चुनाव लड़ने के दावे करने वाली कांग्रेस को आज अपने सुर बदलने पड़ रहे हैं| उपचुनाव की सारी सीटों पर लड़ने का उनका सपना हवा में ही रह गया और उन्हें मात्र दो सीटों पर संतोष करते हुए, राजद के मातहत चुनाव लड़ने पर विवश होना पड़ रहा है| इन्ही नेताओं के कारण ही कांग्रेस एक पिछलग्गू दल बनी बैठी है| यहाँ तक कि अधिकांश विधानसभाओं में लोग इसे अब जीतने वाली नही बल्कि वोटकटवा पार्टी मानने लगे हैं| यही कारण है कि आज उन्हें ढूंढने पर भी जीतने वाले उम्मीदवार नही मिलते|”

श्री रंजन ने कहा “ राजद ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनके बिना बिहार में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नही है| अलग चुनाव लड़ने की बात कहने वाले कांग्रेस नेताओं पर बिना कोई टिप्पणी किए ही राजद ने उन्हें उनकी खुद की पार्टी में औकात दिखाते हुए यह साबित कर दिया है बिहार में बॉस कौन है| यह उन कांग्रेसियों के मुंह पर आलाकमान द्वारा मारा गया करारा चांटा है जो अपनी मेहनत के दम पर बिहार में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने का ख्वाब देख रहे थे| उन्हें यह असलियत स्वीकार कर लेनी चाहिए कि उनके आलाकमान को भी उनसे ज्यादा राजद पर भरोसा है|” 


Create Account



Log In Your Account