तेजस्वी यादव पर एक बार फिर हमलावर होते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता तथा पिछड़ा समाज के नेता राजीव रंजन ने कहा “ केवल नेतापुत्र होने की राजनीतिक योग्यता रखने वाले तेजस्वी जी चल रहे लोकसभा चुनाव में अपनी हार स्पष्ट देख अब पूरी तरह बदहवास हो गए हैं. कल पिछड़े समाज को गालियां देने के बाद अब उन्होंने पिछड़े समाज से आने वाले प्रधानमन्त्री मोदी को अपमानित करने की कोशिश की है. तेजस्वी जी जिस परिवेश से आते हैं, उसके कारण उनसे सही आचरण की उम्मीद तो किसी को नही थी, लेकिन युवा होने के नाते लोगों को लगा था कि शायद अब वह राजद की सामंतवादी, भ्रष्टाचारी और जातिवादी राजनीति में कहीं कुछ परिवर्तन लाए. लेकिन लगातार अपमानजनक बयानों और शाही रवैए के कारण अब लोग समझ चुके हैं कि समाज तोड़ने वाली राजनीति में यह लालू जी से भी दो कदम आगे जाने वाले हैं. इनमें इतनी भी समझ नही बची जिस व्यक्ति को पिछड़ा होने का सर्टिफिकेट देने की कोशिश कर रहे हैं, वह प्रधानमन्त्री मोदी आज देश के करोड़ो पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए गौरव का प्रतीक है. तेजस्वी जी यह समझ लें कि बिहार का पिछड़ा समाज उनकी राजद पार्टी नही है, जहां हर कोई उनकी पालकी उठाए हुए है. पिछड़ों को अपमानित करने वाले बयानों का खामियाजा उन्हें इसी चुनाव में दिखाई दे जाएगा.”
श्री रंजन ने कहा “ राजद-कांग्रेस दोनों की राजनीति आज केवल वंशवाद के कारण रसातल में जा रही है. दोनों दलों में सुयोग्य और जनता के लिए काम करने वाले अनुभवी नेता आज कोने में खड़े हैं और दल की कमान राहुल-तेजस्वी जैसे नेताओं के हाथ में दे दी गयी है. इनके नेताओं को यह तक नही पता रहता कि वह बोल क्या रहे हैं. दोनों ही बिना कोई काम धंधा किए अरबपति बने बैठे हैं. दोनों के पास न तो कोई विजन है और न जनता के विकास के लिए कोई प्लान, लेकिन दोनों जल्द से जल्द कुर्सी पकड लेना चाहते हैं. ख़ास बात यह है कि जनता भी दोनों को समझती है, इसीलिए जनता ने दोनों को ही विपक्ष में बैठा रखा है.”