राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि केवल वे, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री व जनता दल सेकुलर के प्रमुख एचडी देवेगौड़ा ही बिखरे विपक्ष को एकजुट कर सकते हैं| उन्होंने इसके पीछे वजह भी बतायी है| उन्होंने कहा है कि उनके अंदर या सोनिया गांधी व देवेगौड़ा के अंदर प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं है| उन्होंने कहा कि वे लोग साथ आकर और पूरे देश का दौरा कर लोगों का विश्वास बहाल कर सकते हैं और भाजपा विरोधी भावना को एक आयाम दे सकते हैं|
शरद पवार ने एक इंटरव्यू में कहा मौजूदा हालात की तुलना 1975-77 से कर सकते हैं| उन्होंने भाजपा को हराने के लिए विपक्ष के रोडमैप पर भी बात की है| उन्होंने कहा है कि विपक्ष को राष्ट्रीय स्तर के बजाय राज्य स्तर पर गठजोड़ बनाना चाहिए| उन्होंने कहा कि नेतृत्व के सवाल को चुनाव बाद के लिए छोड़ देना चाहिए| उन्होंने कांग्रेस से यह आग्रह किया है कि वह इस मामले में अधिक व्यावहारिक नजरिया अपनाये| उन्होंने राहुल गांधी के साथ हालिया बातचीत के हवाले से कहा है कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ है कि इस दिशा में प्रगति हुई है|
शरद पवार ने कहा है कि नरेंद्र मोदी का भी इंदिरा गांधी की तरह मीडिया, सरकार और सरकार की एजेंसियों पर नियंत्रण है| उन्होंने कहा कहा कि उस समय भी लोग एक वैकल्पिक प्लेटफॉर्म की कमी महसूस कर रहे थे जो लोगों को एकत्र करें और जनभावना को आकार देते हुए वास्तविक चुनौती पैदा करें|
उन्होंने कहा कि आज कोई जयप्रकाश नहीं हैं, लेकिन वे महसूस करते हैं कि वे स्वयं, सोनिया गांधी व देवेगौड़ा प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षा नहीं रहने के कारण देश भर का दौरा कर लोगों को एकजुट कर सकते हैं| उन्होंने कहा है कि वे इसके लिए तैयार हैं| शरद पवार ने कहा है कि उन्होंने राज्यों के कई नेताओं से बात की है|