72 वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपना 5वां और इस सरकार का आखिरी भाषण दिया। अपने 82 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने हर मुद्दे पर बात की। उन्होंने एक बार फिर कहा कि हम सबका साथ और सबका विकास के साथ काम कर रहे हैं। सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मुसलमाों, दलितों और गरीबों पर भी अपनी बात रखी। जानिए पीएम मोदी ने किस पर क्या कहा। महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन तलाक के कारण मुस्लिम महिलाओं के साथ गंभीर अन्याय होता है। इस कुप्रथा को खत्म करने के लिये हम प्रयासरत हैं लेकिन कुछ लोग इसे खत्म नहीं करने देना चाहते। मैं मुस्लिम बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि हम उन्हें न्याय दिलाने के लिये पूरा प्रयास करेंगे। राक्षसी प्रवृत्ति पर प्रहार करने की आवश्यकता है, महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को अक्षुण्ण रखने के लिये किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि आगामी 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय जयंती पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान शुरू होगा। इससे गरीबों को अच्छा और सस्ता इलाज मिलेगा। इस योजना से करीब 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। इसके तहत पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर हम साल 2013 की रफ्तार से चलते तो कई काम पूरा करने में दशकों लग जाते, लेकिन चार साल में बहुत कुछ बदला और देश आज बदलाव महसूस कर रहा है। मोदी ने कहा, ''चार साल में देश बदलाव महसूस कर रहा है। आकाश वही है पृथ्वी वही है, लोग, दफ्तर सब कुछ पहले जैसा है लेकिन अब देश बदल रहा है। उन्होंने कहा कि देश की अपेक्षाएं और आवश्यकताएं बहुत हैं, उन्हें पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को निरंतर प्रयास करना है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा देश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। और जो देश हमसे आगे हैं मैं अपने देश को उनसे आगे ले जाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि 2022 तक देश का कोई भी बेटी-बेटा अंतरिक्ष पर पहुंच सकता है। साल 2022 से पहले ही, भारतीय वैज्ञानिकों ने मानवसहित गगनयान लेकर अंतरिक्ष में तिरंगे के साथ जाने का संकल्प लिया है, यदि संभव हुआ तो भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा। आजादी के 75 साल पूरे होने पर, वर्ष 2022 तक भारत का बेटा या बेटी अंतरिक्ष में जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारा यह भी लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों की आय डबल कर दी जाए। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में बिजली पहुंची हैं, किसान ट्रैक्टर खरीद रहे हैं। आज किसान गर्व महसूस कर रहा है। आज देश में रिकॉर्ड मोबाइल बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज बड़े आदर और नम्रता के साथ कहना चाहूंगा कि वर्ष 2014 में सवा सौ करोड़ देशवासी केवल सरकार बना कर रुके नहीं थे, वो देश बनाने के लिए जुटे भी थे, जुटे भी हैं और जुटे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज का सूर्योदय नई चेतना दे रहा है। देश आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है। जम्मू-कश्मीर के लिए अटल जी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत। मैंने भी कहा है, जम्मू- कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है। हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले चार साल में बहुत काम हुए हैं। वर्ष 2013 की रफ्तार से चलते तो गांवों तक बिजली पहुंचाने में एक-दो दशक और लग जाते, उसी रफ्तार से काम करते तो गरीबों को एलपीजी चूल्हा उपलब्ध कराने में 100 साल भी कम पड़ जाते। हमने भाई-भतीजा वाद को खत्म किया, यह तकनीकी के माध्यम से व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के कारण संभव हुआ। छह करोड़ फर्जी लोगों के नाम पर विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाया जा रहा था, इसे रोका गया। इससे देश को 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। हम चाहते हैं कि दुनिया में भारत की न केवल अपनी साख हो बल्कि उसकी धमक भी हो नयी ऊर्जा और परिश्रम की पराकाष्ठा के साथ देश नयी ऊंचाईयां हासिल कर रहा है। संसद का मानसून सत्र पूरी तरह से सामाजिक न्याय को समर्पित था, जहां दलित, शोषित, पीड़ित वंचित वर्ग के हितों पर संवेदनशीलता का परिचय दिया गया और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी विधेयक पारित हुआ। भारी वर्षा के कारण जिन लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा, उनके साथ पूरा देश खडा़ है।