प्यार में जब दो लोगों के बीच लड़ाई होती है उस समय बहुत से लोग सलाह देने के लिए तैयार रहते हैं। लोगों के अलग-अलग सलाह से आपका दिमाग और भी खराब हो जाता है। आखिर में आप अपने रिश्ते को खुद ही बचा पाते हैं। अमेरिका के एक प्रोफेसर ने रिलेशनशिप से जुड़ी कई रिसर्च किए हैं, जिसमें उन्होंने बताया है कि आप अपने बिगड़ते रिश्ते को कैसे संभालें। तो आइए जानते हैं उनकी रिलेशनशिप से जुड़ी कुछ खास बातें...

प्रोफेसर ने इस रिसर्च में खुलासा करते हुए बताया है अपने टूटते हुए रिश्ते को आप और आपका पार्टनर मिलकर बचा सकते हैं। आप अपने रिलेशनशिप को

गया/ जहानाबाद : मधुमेह पीड़ितों के भरोसे का प्रतीक बना ‘लाल क्लिनिक’ अपना विस्तार करते हुए जहानाबाद के पीजी रोड में एक नया शाखा खोला है| ‘लाल क्लिनिक’ के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जहानाबाद के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारंभ किया| मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ0 के0पी0 लाल की पत्नी श्वेता सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया|

गौरतलब है कि विगत कई वर्षों से पटना के दिनकर गोलंबर स्थित ‘लाल क्लिनिक’ में मधुमेह

बिहार के चर्चित आयुर्वेद चिकित्‍सक सुनील कुमार दुबे को बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में आयोजित एक समारोह में बिहार रत्‍न सम्‍मान से नवाजा गया। उन्‍हें यह सम्‍मान दिव्‍यांग बच्‍चों की मदद और उनकी नि:स्‍वार्थ भाव से सेवा के लिए दिया गया। इस वजह से हेल्पिंग ह्यूमन और संस्‍कृति फाउंडेशन द्वारा डॉ दुबे को बिहार रत्‍न सम्‍मान से सम्‍मानित किया गया। डॉ. दुबे सालों सेन सिर्फ दिव्‍यांग बल्‍कि गरीब और जरूरतमंद लोगों की सेवा करते रहे हैं। वे बिहार में आयुर्वेद जगत में सबसे बड़े डॉक्‍टर हैं।

डॉ दुबे ने बिहार रत्‍न सम्‍मान मिलने पर खुशी जाहिर की और कहा कि यह मेरे लिए बेहद खुशी और गर्व

बिहार के चर्चित डॉक्‍टर सुनील कुमार दुबे को आयुर्वेद चिकित्‍सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए अभी हाल ही में नई दिल्‍ली हैबिटेक सेंटर में आयोजित एक समारोह के दौरान इंडियन रिसर्च काउंसिल के द्वारा भारत गौरव अवार्ड से सम्‍मानित किया गया। इसके साथ ही डॉ सुनील कुमार दुबे बिहार के पहले ऐसे आयुर्वेदिक डॉक्‍टर बन गए हैं, जिनको चिकित्‍सा के क्षेत्र में भारत गौरव अवार्ड से नवाजा गया है। यह बिहार के लिए गौरव की बात है।   

वहीं, अवार्ड मिलने के बाद डॉ सुनील कुमार दुबे ने खुशी जाहिर की और कहा कि यह मेरे लिए बेहद खुशी और गर्व की बात है कि मुझे यह

शुरुआत में स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, सर्दी, गले में खराश, शरीर के विभिन्न अंगों एवं मांसपेशियों में दर्द के साथ थकान की शिकायत रहती है। 50 से 60 फीसदी लोगों में शुरूआती स्तर पर यही लक्षण दिखाई देते हैं, जिनके पता लगते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जो लोग सांस संबंधी रोगों से पहले ही ग्रस्त हैं, उनके लिए मध्यम स्तर पर दिखाई देने वाले लक्षण गंभीर हो सकते हैं। इस स्तर पर व्यक्ति को बहुत ज्यादा थकान लगती है तथा जरूरत से ज्यादा ठंड भी लगती है। सीओपीडी, फेफड़ों के रोग और सांस संबंधी अन्य रोगों के चलते जब यह वायरस व्यक्ति के शरीर

कहते हैं न कि प्यार भरा रिश्ता हर तरह के तनाव दूर कर देता है। अमेरिका में हुए एक अध्ययन में भी यह दावा किया गया है कि जब आप तनावपूर्ण स्थिति का सामना करें तो अपने प्रेमी के बारे में सोचें। इससे रक्तचाप को काबू रखने में मदद मिलेगी। 

अमेरिका की एरिजोना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि रक्तचाप की प्रतिक्रियात्मकता पर रोमांटिक साथी की मौजूदगी या विचार से काफी असर पड़ता है। पिछले अध्ययनों में भी यह बताया जा चुका है कि एक रोमांटिक साथी की मौजूदगी या कल्पना से तनाव कम करने में काफी मदद मिल सकती है। मनोविज्ञान के शोध छात्र काइल बोरासा के

आज काम के तनाव के कारण कम ही लोग अपनी सेहत और फिटनेस पर जरूरी ध्यान दे पाते हैं। बेहतर फिटनेस के लिए वर्कआउट की आवश्यकता होती है और लोगों के पास आमतौर पर इसके लिए आवश्यक समय नहीं होता। हम इतने व्यस्त हो गए हैं कि खुद को स्वस्थ भी नहीं रख पा रहे हैं। ऐसे में हमारी फिटनेस और सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। ज्यादातर लोगों को अपने आपको युवा बनाए रखने के लिए जिम जाना भी नामुमकिन सा होता है। लेकिन आप कुछ ऐसे व्यायामों को अपनी जीवनचर्या में शामिल कर सकते हैं, जिनकी मदद से आप हमेशा युवा नजर आएंगे।
शरीर में

अपने एंटी ऑक्सिडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण अजवाइन गैस बनने, पेट दर्द, सर्दी-जुकाम जैसी तकलीफों के इलाज के लिए हर घर में इस्तेमाल की जाने वाली एक कारगर जड़ी-बूटी है। आइए जानते हैं इसके घरेलू उपायों के बारे में

पाचन प्रक्रिया को ठीक रखने के लिए अजवाइन और हरड़ को बराबर मात्रा में पीस लें। हींग और सेंधा नमक स्वादानुसार मिलाकर चूर्ण बना कर किसी बोतल में भर लें। इस चूर्ण का एक चम्मच गर्म पानी के साथ लें। 10 ग्राम पुदीने का चूर्ण, 10 ग्राम अजवाइन और 10 ग्राम कपूर एक साफ बोतल में डालकर धूप में रखें। तीनों चीजें गलकर पानी

 सर्दियों के मौसम में सर्दी-जुकाम व गले में खराश होना एक आम बात है। सर्दी-जुकाम होने से पहले आपके गले में दर्द व खराश जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इस लेख में जानें गले में खराश को दूर करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे। लंबे समय तक गले में खराश होना काफी तकलीफदेह हो जाता है साथ ही यह आपके गले को भी जाम कर देता है। गले मे होने वाली खराश अन्य बीमारियों की तरह लंबे समय तक नही रहती लेकिन कुछ ही दिनों में यह आपको पूरी तरह से प्रभावित कर बीमार कर देती हैं।

गले में खराश एक बहुत

आजकल ज्यादातर लोग जिम में पसीना बहाकर अपना वजन कम करते हैं तो कुछ लोग फिट रहने की कोशिश करते हैं। लेकिन एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि रोजाना 1 घंटे जिम में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप 15 मिनट सीढ़ियां चढ़ लें। सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ कि जो लोग केवल एक मंजिल सीढियां चढ़कर अपने घर या ऑफिस जाते हैं, वह उनके आधे किलोमीटर ट्रेडमील पर चलने के बराबर हो जाता है। सीढियां चढ़ना हार्ट और लंग्स के लिए जिम से ज्यादा फायदेमंद हैं। अगर आप रोजाना सीढ़ियां चढ़ते हैं तो आपकी थाई तो शेप में रहती है साथ ही मसल्स भी फ्लेक्सेबिल

बीमारी आमतौर पर नाक, गले, कान, फेफड़ों और त्वचा को प्रभावित करती है। बीमारी होने पर नाक बहने, त्वचा में खुजली, आंखों से पानी आने, त्वचा पर रेशेज पड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचने के घरेलू उपाय बता रही हैं विनीता झा

बीमारी वह स्थिति है, जिसमें हमारा प्रतिरक्षा तंत्र काफी संवेदनशील हो जाता है और किसी भी साधारण कारक के प्रति अत्यंत तीव्र शारीरिक प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है। यह रोग का रूप ले लेती है। 

क्या हैं लक्षण
बीमारी में आमतौर पर जुकाम जैसे ही लक्षण पाए जाते हैं। इसमें नाक का बहना, गले में खराश, आंखों से पानी आना, त्वचा पर दाने


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