बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सातवें चरण के चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गया है। पंचायत चुनाव में आमतौर पर मुखिया पद के लिए नामांकन करवाने वालो की काफी भीड़ देखी जाती थी। लेकिन इस बार पंचायत समिति सदस्य के लिए नामांकन पत्र दाखिल करनेवाले प्रत्याशियों की भीड़ भी ज्यादा दिख रही है। फुलवारीशरीफ प्रखंड में आज भी विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल कराने पहुंचे प्रत्याशियों की काफी गहमागहमी रही| पंचायत चुनाव के सातवें चरण में ग्राम पंचायतों के लिए 15 नवंबर को मतदातान होना है।
मैनपुर अंदा पंचायत से पंचायत समिति सदस्य के लिए सैकड़ों समर्थकों
पटना : बिहार में पंचायत चुनाव के सातवें चरण में होनेवाले मतदान को लेकर सभी पंचायतों में अखाड़े सज चुके हैं। नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया भी जारी है| जीत के दावों और विकास के वादों के साथ चुनावी मैदान में अपना दमखम दिखा रहे प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है और निरंतर जनसंपर्क कर रहे हैं। चुनावी रणभूमि में हर दिन जीत हार के दावे किए जा रहे हैं और विरोधियों को मात देने के लिए नई-नई रणनीति बनाई जा रही है| प्रतिद्वंदियों को मात देने के लिए नये-नये नारे गढ़े जा रहे हैं| दावों और वादों की शोर पंचायत की गली-गली में नित्य गूंज रही है|
पटना : सरपंच पद का चुनाव प्रत्याशियों के लिए अब मूंछ का सवाल बनता जा रहा है. प्रत्याशी बड़े-बड़े दावे कर वोटरों को लुभाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे है. पटना जिले के फुलवारी अंचल में भी ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है. यहां पर वोट पाने के लिए येन-केन प्रकरण कोशिश की जा रही है.
फुलवारी प्रखंड के मैनपुर अंदा पंचायत से सरपंच पद का चुनाव लड़ रहे नीरज कुमार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात डोर टू डोर जनसम्पर्क कर रहे हैं| मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए नीरज
पटना : फुलवारी प्रखंड अंतर्गत मैनपुर अंदा पंचायत से पंचायत समिति सदस्य के भावी प्रत्याशी मुकेश कुमार ने जनता का प्रचंड समर्थन मिलने का दावा किया है| उन्होंने कहा कि इस बार के चुनावी दंगल में मतदाताओं का मूड बदलाव लाने की है और जनआशीर्वाद से उनकी जीत सुनिश्चित है|
मुकेश कुमार की माने तो राजधानी पटना से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैनपुर अंदा पंचायत विकास की रोशनी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव में आज भी बदहाल है| पंचायत प्रतिनिधियों की निष्क्रियता, शिथिलता और उनके जानकारी के अभाव का दंश ग्रामवासियों को झेलना पड़ रहा है| जिसके
पटना जिले के फुलवारी शरीफ प्रखंड के मैनपुर अंदा पंचायत से मुखिया प्रत्याशी बालेश्वर कुमार उर्फ़ पज्जु सिंह ने मतदान पूर्व ही अपनी जीत का दावा किया है| अपनी जीत पर मुहर लगाने के लिए वे प्रतिदिन वोटरों के दरबार में अपनी हाजिरी लगा रहे हैं। धूप हो या बरसात लगातार जनसंपर्क कर पंचायत के मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में जुटे हुए हैं ताकि चुनावी समर में विजयी पताका फहराने में वे कामयाब हो सकें| उन्होंने कहा कि जनसंपर्क अभियान में लोगों का काफी अच्छा रेस्पोंस मिल रहा है, जीत पर सिर्फ जनता का मोहर लगना शेष है|
बालेश्वर कुमार
पटना : न्याय के साथ सम्पूर्ण बिहार का विकास और कानून का राज कायम करनेवाले विकास पुरुष हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार| भारतीय जनतांत्रिक जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना मुख्तार अली ने यह वक्तव्य देते हुए कहा है कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में बिहार का चौतरफा विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि गाँव हो या शहर हर घर तक बिजली, पेयजल, शौचालय, पक्की गली और नाली जैसी बुनियादी सुविधाएं पहुंची है| इसे कोई नकार नही सकता| आने वाले समय में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के हर इलाके में विकास का कार्य जारी रहेगा। बिचौलियों, अपराधियों, भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसनेवाले
पटना : भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय के सहयोग कार्यक्रम में बिहार सरकार के गन्ना उद्योग एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि विधि विभाग धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा संचालित धार्मिक स्थल (मठ-मंदिर, मस्जिद) की भूखण्ड को जल्द से जल्द अतिक्रमण मुक्त करायेगी। पूर्व में हुए क्षेत्रीय सर्वे के बाद अब पुनः नयी सर्वे कराकर राज्य के सभी मठ-मंदिरों की जमीन को पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत करेंगे|
श्री कुमार ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र जारी करने की योजना बनाई है, जिसे बिहार की सरकार शत-प्रतिशत लागू करेगी। उन्होंने कहा कि गन्ना उद्योग विभाग फसल क्षति
पटना : बढ़ती महगाई के मद्देनजर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए असली देशी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने कहा है कि देश में दाल एवं तिलहन उत्पादन की ठोस नीति बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास का खोखला नारा देनेवाली भाजपा के शासनकाल में देश की गरीब जनता महंगाई एवं भ्रष्टाचार रूपी चक्की के बीच पीसने को मजबूर है| वर्ष 2014 के बाद एक तरफ जहां विचौलियों, भ्रष्टाचारियों एवं व्यवसायी वर्ग की संपति में कई गुना इजाफा हुआ है वही भारत की अधिकांश आबादी भूख और भ्रष्टाचार की बीच जूझने को विवश है| वैश्विक महामारी कोरोना ने गरीबों के जीविकोपार्जन का जरिया
जिस तरह