बिहार के लोगों को केंद्र सरकार के रेल बजट से बहुत उम्मीदें हैं। उन्हें नई रेलगाडियों की, स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं की और अटकी पड़ी रेल परियोजनाओं के जल्द पूरा होने की आस है। पूर्व रेल मंत्री रामविलास पासवान, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के कार्यकाल में शुरू हुई बिहार की कई रेल परियोजनाएं अभी भी अटकी पड़ी हैं। बिहार के लोगों का आरोप है कि पिछले दो-तीन वषरे से रेल बजट में लगातार बिहार की उपेक्षा हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान जब रेल मंत्री थे, तब बिहार के लिए कई रेल परियोजनाओं
पटना: बिहार की राजधानी पटना में छह लोगों के स्वाइनफ्लू से संक्रमित मिलने के बाद इस बीमारी को लेकर पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. पटना स्थित राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टिच्युट आफ मेडिकल साईंसेज (आरएमआरआईएमएस) निदेशक डा0 प्रदीप दास ने बताया कि दो दिन में छह मरीजों की एच।एन। विषाणु संक्रमण जांच की गयी. इनमें पांच में हाईली पोजिटिव वायरस पाए गए और उनके संस्थान के चिकित्सक छठे मरीज में संक्रमण का स्तर कम है. सभी मरीज पटना निवासी हैं. उल्लेखनीय है कि कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों के साथ विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्वाइनफ्लू की रोकथाम के लिए की जा रही तैयारियों की
पटना: डिप्टी सीएम का पद नहीं मिलने से नाराज परिवहन मंत्री रमई राम ने सोमवार को कामकाज नहीं संभाला, जबकि वह पटना में ही थे. वह अपने विभाग को लेकर भी खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि विश्वासमत के बाद मैं इस संबंध में कुछ निर्णय लूंगा. सोमवार को परिवहन विभाग के अधिकारी दिन भर विभागीय मंत्री रमई राम का इंतजार करते रहे, लेकिन वह नहीं आये. इस संबंध में जब फोन पर उनसे पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के विश्वासमत हासिल करने के बाद मैं कामकाज शुरू करूंगा. ऐसे भी परिवहन विभाग में कोई काम नहीं है. आज एक भी
पटना: जदयू विधानमंडल दल के नेता नीतीश कुमार ने रविवार को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राजभवन के राजेंद्र मंडपम में शाम पांच बजे राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. नीतीश कुमार के साथ 22 मंत्रियों ने भी शपथ ली. सभी कैबिनेट स्तर के मंत्री बनाये गये हैं. ये सभी जीतन राम मांझी सरकार से में भी मंत्री थे. इनमें 20 ने नीतीश कुमार के समर्थन में आठ फरवरी को मांझी सरकार से सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया था, जबकि दो राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और पीके शाही को तत्कालीन सीएम मांझी ने बरखास्त कर दिया था.शपथ ग्रहण समारोह में
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार कल शाम शपथ लेने वाले हैं लेकिन उनके सहयोगी दलों राजद, कांग्रेस और भाकपा को अभी यह फैसला करना है कि वे राज्य की सरकार में शामिल होंगे या नहीं. जीतन राम मांझी के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिए जाने के बाद राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी द्वारा जदयू विधायक दल के नए नेता नीतीश कुमार को कल शाम नयी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने पर बिहार में पिछले 15 दिनों से चले आ रहे राजनीतिक संकट का पटाक्षेप हो गया. 130 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे नीतीश के साथ इस राजनीतिक संकट के दौरान राजद,
पटना : नीतीश कुमार रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और इस दौरान वे अपनी कैबिनेट में भी कुछ लोगों को शामिल करेंगे. इससे पहले राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें आज शाम साढ़े चार बजे राजभवन आमंत्रित किया. उनके साथ रामचंद्र पूर्वे, सदानंद सिंह, वशिष्ट नारायण सिंह और अशोक चौधरी भी राजभवन पहुंचे थे. नीतीश चौथी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे. उन्हें राजद, कांग्रेस, भाकपा व एक निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है. राजभवन से बाहर आने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हम अपने समर्थक दलों के नेताओं के साथ राज्यपाल से मिले और आठ फरवरी को अपन विधानमंडल की बैठक में लिये गये फैसले के आधार पर
पटना : जीतन राम मांझी के इस्तीफे के बाद बिहार की राजनीति को दिशा देने के लिए जदयू नेता नीतीश कुमार ने जदयू विधायकों की बैठक बुलायी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार के आवास पर विधायकों की बैठक लगभग एक बजे से शुरू होगी. बिहार की राजनीति ने आज अचानक नयी करवट ले ली. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी विश्वास मत हासिल करने के लिए विधनसभा पहुंचने के बजाय सुबह सीधे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा दे दिया. इसकी पुष्टि राजनीतिक स्तर पर मांझी समर्थक विधायक ज्ञानेंद्र ज्ञानु व प्रशासनिक स्तर पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने की. राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश
बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बहुमत सिद्घ करने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। विधानसभा की बैठक से पहले उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें इस्तीफा सौंप दिया। मांझी के इस्तीफे से भाजपा को झटका लगा है, हालांकि जदयू में जश्न का माहौल है। माना जा रहा है कि मांझी के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार को सरकार बनाने का मौका मिल सकता है। लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश ने ही इस्तीफा देकर जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया था। हालांकि बतौर मुख्यमंत्री मांझी ने कई ऐसे फैसले लिए और बयान दिए, जिससे जदयू नाराज हो गई। मांझी और नीतीश के रिश्ते भी तल्ख होते गए। कार्यकर्ताओं
पटना : जदयू ने आज एक प्रेस कॉफ्रेंस कर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर आरोप लगाया कि वह विधायकों की खरीद फरोख्त में लगे हुए हैं. जदयू ने दावा किया कि भाजपा पैसे का दुरूपयोग करके विधायकों को खरीदने का काम कर रही है. जदयू नेता शर्फुद्दीन ने सांसद पप्पू यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मुझे फोन करके बड़े पद और पैसा का लालच दिया. उल्लेखनीय है कि पप्पू यादव मांझी समर्थक खेमे में हैं. जदयू ने कहा कि मांझी के साथ मात्र 12 विधायक हैं. शर्फुद्दीन ने कहा कि मुझे कई बार फोन आया. इसमें से एक फोन मैंने टेप किया जो पप्पू यादव का था. हम
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पोते को शराब व्यापारियों ने कथित तौर पर बुरी तरह पीट दिया। पुलिस के मुताबिक मुख्यमंत्री के पोते अमित मांझी की कुछ शराब व्यापारियों ने उस वक्त पिटाई कर दी जब वह मंगलवार की रात को उनकी दुकानों के पास से होकर गुजर रहे थे। पुलिस ने बताया कि पिटाई करने वाले व्यापारियों को संदेह था कि रानीपुर गांव (जहानाबाद जिला) में उनकी दुकानों पर पुलिस द्वारा डाले गए छापों के पीछे अमित मांझी का ही हाथ है। अमित को सदर अस्पताल में भर्ती करया गया है। अमित ने चार लोगों के खिलाफ काको पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। दो आरोपियों को गिरफ्तार
पटना: जीतन राम मांझी के लिए बडी राहत की खबर है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा ने जीतन राम मांझी सरकार को समर्थन देने पर सहमति जता दी है. कल इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है. गौरतलब है कि भाजपा के बिहार में 87 विधायक हैं और ज्यादातर विधायक मांझी को समर्थन देने के पक्ष में हैं. ऐसे में मांझी सरकार के लिए 20 तारीख को बहुमत साबित कर लेने की उम्मीदें बढ गयी है. इसके पहले पटना उच्च न्यायालय ने अपने पूर्व में दिये गये आदेश में आज सुधार करते हुए जीतनराम मांझी सरकार को निर्णय लेने की अनुमति दे दी, लेकिन उस पर अमल 21 फरवरी